Lyrics

Darmiyan Lyrics From Inkaar 2013 [English Translation]

Darmiyan Lyrics: This song is sung by Swanand Kirkire song ‘Darmiyan’ from the Bollywood movie ‘Inkaar’. The song lyrics were penned by Swanand Kirkire and music was given by Shantanu Moitra. It was released in 2013 on behalf of T-Series.The Music Video Features Arjun Rampal & Chitrangada SinghArtist: Swanand KirkireLyrics: Swanand KirkireComposed: Shantanu MoitraMovie/Album: InkaarLength: 2:27Released: 2013Label: T-Series

Darmiyan Lyrics

क्यूँ निगाहें निगाहों
को शिक़वे सुनाए
मुर्दा अफ़सुर्दा लफ़्ज़ों
की मानी जगाये
जो है खुद से शिकायत
क्यूँ तुझको बताये
क्यों हम यादों के
रंगों से ख्वाबों को सजाये
ये कैसी बात बढ़ रही
है तेरे मेरे दरमियान
ये कैसी बात जग रही
है तेरे मेरे दरमियान
क्यूँ सुबह खिल रही
है तेरे मेरे दरमियान
क्यूँ शाम ढल रही
है तेरे मेरे दरमियान
क्यूँ निगाहें निगाहों
को शिक़वे सुनाए
मुर्दा अफ़सुर्दा लफ़्ज़ों
के मानी जगायेबात सहमी सहमी सी
तेरी ओरे थी चली
फिसल गयी क्यों
मैंने बर्फ सी कही
शोला बन तुझे मिली
बदल गयी क्यों
मायनो का बोझ से
बात सीधी सादी सी
कुचल गयी क्यों
बात आंधियां लिए
होठो तक तोह आयी थी
ठिठक गयी क्यों
बात कोई गीत बन
होल गुनगुनाई थी
बरस गयी क्यों
बात रेश्मी सी एक
सेज पे बिछायी थी
उलझ गयी क्योंहे बोलोना हे
बोलोना जी बोलोना
हमको भंवर
में यूँ छोडो ना
धाइ सा आख़र है बोलोना
जी बोलोना जी बोलोना जी बोलोना
ये कैसी बात पल रही
है तेरी मेरे दरमियान
ये कैसी बात जग रही
है तेरी मेरे दरमियान
क्यूँ सुबह खिल रही
है तेरी मेरे दरमियान
क्यूँ शाम ढल रही
है तेरी मेरे दरमियानक्यूँ निगाहें निगाहों
को शिक़वे सुनाए
मुर्दा अफ़सुर्दा लफ़्ज़ों
की मणि जगाये
जो है खुद से शिकायत
क्यूँ तुझको बताये
क्यों हम यादों के
रंगों से ख्वाबों को सजाये
ये कैसी बात बढ़ रही
है तेरे मेरे दरमियान
ये कैसी बात जग रही है
तेरे मेरे दरमियान
क्यूँ सुबह खिल रही है
तेरे मेरे दरमियान
क्यूँ शाम ढल रही
है तेरे मेरे दरमियान
क्यूँ निगाहें निगाहों
को शिक़वे सुनाए
मुर्दा अफ़सुर्दा लफ़्ज़ों
के मणि जगायेये कैसी बात बढ़ रही
है तेरे मेरे दरमियान
ये कैसी बात जग रही
है तेरे मेरे दरमियान
क्यूँ सुबह खिल रही
है तेरे मेरे दरमियान
क्यूँ शाम ढल रही
है तेरे मेरे दरमियान

Darmiyan Lyrics English Translation

क्यूँ निगाहें निगाहों
why eyes eyes
को शिक़वे सुनाए
preach to
मुर्दा अफ़सुर्दा लफ़्ज़ों
dead nonsense words
की मानी जगाये
awaken the meaning of
जो है खुद से शिकायत
who complains to himself
क्यूँ तुझको बताये
why tell you
क्यों हम यादों के
why we remember
रंगों से ख्वाबों को सजाये
decorate dreams with colors
ये कैसी बात बढ़ रही
how is this progressing
है तेरे मेरे दरमियान
is between you and me
ये कैसी बात जग रही
how is this waking up
है तेरे मेरे दरमियान
is between you and me
क्यूँ सुबह खिल रही
Why is the morning blooming
है तेरे मेरे दरमियान
is between you and me
क्यूँ शाम ढल रही
why is it getting dark
है तेरे मेरे दरमियान
is between you and me
क्यूँ निगाहें निगाहों
why eyes eyes
को शिक़वे सुनाए
preach to
मुर्दा अफ़सुर्दा लफ़्ज़ों
dead nonsense words
के मानी जगाये
wake up to mean
बात सहमी सहमी सी
talk shy shy
तेरी ओरे थी चली
towards you
फिसल गयी क्यों
why did you slip
मैंने बर्फ सी कही
i said snow
शोला बन तुझे मिली
shola ban tujhe mili
बदल गयी क्यों
why changed
मायनो का बोझ से
burdened with
बात सीधी सादी सी
simple thing
कुचल गयी क्यों
why crushed
बात आंधियां लिए
talking storms
होठो तक तोह आयी थी
Toh tak toh aayi thi
ठिठक गयी क्यों
why did you freeze
बात कोई गीत बन
talk becomes a song
होल गुनगुनाई थी
the hole was humming
बरस गयी क्यों
why it rained
बात रेश्मी सी एक
a silky thing
सेज पे बिछायी थी
lay on the bed
उलझ गयी क्यों
why confused
हे बोलोना हे
hey to say
बोलोना जी बोलोना
speak speak
हमको भंवर
us vortex
में यूँ छोडो ना
don’t leave me here
धाइ सा आख़र है बोलोना
What a hell to say
जी बोलोना जी बोलोना जी बोलोना
say yes say yes say yes
ये कैसी बात पल रही
how is this going on
है तेरी मेरे दरमियान
Is yours between me
ये कैसी बात जग रही
how is this waking up
है तेरी मेरे दरमियान
Is yours between me
क्यूँ सुबह खिल रही
Why is the morning blooming
है तेरी मेरे दरमियान
Is yours between me
क्यूँ शाम ढल रही
why is it getting dark
है तेरी मेरे दरमियान
Is yours between me
क्यूँ निगाहें निगाहों
why eyes eyes
को शिक़वे सुनाए
preach to
मुर्दा अफ़सुर्दा लफ़्ज़ों
dead nonsense words
की मणि जगाये
wake up the gem
जो है खुद से शिकायत
who complains to himself
क्यूँ तुझको बताये
why tell you
क्यों हम यादों के
why we remember
रंगों से ख्वाबों को सजाये
decorate dreams with colors
ये कैसी बात बढ़ रही
how is this progressing
है तेरे मेरे दरमियान
is between you and me
ये कैसी बात जग रही है
how is this waking up
तेरे मेरे दरमियान
between you and me
क्यूँ सुबह खिल रही है
Why is the morning blooming
तेरे मेरे दरमियान
between you and me
क्यूँ शाम ढल रही
why is it getting dark
है तेरे मेरे दरमियान
is between you and me
क्यूँ निगाहें निगाहों
why eyes eyes
को शिक़वे सुनाए
preach to
मुर्दा अफ़सुर्दा लफ़्ज़ों
dead nonsense words
के मणि जगाये
let’s wake up
ये कैसी बात बढ़ रही
how is this progressing
है तेरे मेरे दरमियान
is between you and me
ये कैसी बात जग रही
how is this waking up
है तेरे मेरे दरमियान
is between you and me
क्यूँ सुबह खिल रही
why is the morning blooming
है तेरे मेरे दरमियान
is between you and me
क्यूँ शाम ढल रही
why is it getting dark
है तेरे मेरे दरमियान
is between you and me